जानिए अपने मन की असीम शक्ति – The power of subconscious mind whats knowledge

जानिए अपने मन की असीम शक्ति – The power of subconscious mind whats knowledge   


दोस्तों आज हम आपके साथ मन की असीम शक्ति या कहे की subconscious mind की शक्ति पर लेख प्रकाशित कर रहे है. उम्मीद है की ये लेख आपके लिए लाभदायक होगा.


क्या आपने अमीर खान की एक फिल्म ‘’तारे ज़मीन पर’’ पर देखी है. इस फिल्म में एक सीन था जिसमे आमीर खान बच्चे के पिता को Solomon islands (सोलोमन आइलैंड )के बारे मे बताता है।  इस आइलेंड (द्वीप) के आदिवासी पेड़ों को काटते नहीं है। वे पेड़ों के आस पास इखट्टे होते है और कई घंटो तक पेड़ों को कोसते है। जी भर के गलियाँ देते है । जिसकी वजह से कुछ हफ़्तों बाद वो पेड़ अपने आप सूख कर गिर जाते है।
THE POWER OF SUBCONSCIOUS MIND
हम मे से बहुत से लोग शायद इस बात पर विश्वास न करे की कैसे सिर्फ गलियो और कोसने से एक पेड़ को गिराया जा सकता है लेकिन यह बात सही और प्रामाणिक है।


बहुत से लोगो ने इस पर अपने अपने मत दिए लेकिन जिनके views सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हुए है वह है Bruce lipton. ब्रूस लिप्टन के अनुसार यह कोई चमत्कार नहीं है इसकी वजह है हमारे मन (mind ) की असीम शक्ति- The power of human mind.

हमारे mind (मन) के 3 levels होते है – conscious mind (चेतन अवस्था), subconscious
mind  (अर्धचेतन अवस्था) and unconscious mind (अचेतन अवस्था).
हमारा subconscious mind (अर्धचेतन मन) हमारे conscious mind (चेतन मन) से कई लाख गुना ज्यादा शक्तिशाली है और यही हमारी ज़िंदगी की बहुत सी चीजों को तय करते है।
बहुत बार हम अपनी कई खराब आदतों को बदलने की कोशिश करते है लेकिन बहुत सी कोशिश के बाद भी बदल नहीं पाते। क्योकि हमारी आदते हमारे subconscious mind (अर्धचेतन मन) मे इतनी strongly program हो जाती है जिसकी वजह से हमारे conscious mind (चेतन अवस्था), कोशिशे भी उस पर कोई असर नही कर पाती।
अपने फोन और लैपटाप का example लीजिए। मान लो आप कोई गाना सुन रहे और गाने को बदलना चाहते हो। ये गाना आपके कहने या चाहने से नहीं बदलेगा जब तक की आप उसे न बदले। इसी तरह अगर हम अपनी लाइफ मे कुछ बदलाव लाना चाहते है तो हमे उन सभी नकरात्मक और बेकार चीजों को अपने subconscious mind से uninstall करना पड़ेगा और इसमे पॉज़िटिव beliefs install करनी पड़ेगी।


The biology of belief के लेखक Bruce lipton के अनुसार इसी तरह जब सोलोमन आइलेंड के लोग जब पेड़ों को कोसते है तो वह वास्तव मे पेड़ों के mind मे नकारात्मक (negative) और खतरनाक विचारो (harmful thoughts) को install करते है(yes,tree do have minds too)। जिसकी वजह से पेड़ों का molecular architecture बिगड़ जाता है और पेड़ अपने आप गिर जाते है। उनके अनुसार इस बात की पुष्टि quantum physics भी करती है।
2500 साल पहले यही बात महात्मा बुद्ध मे कह चुके है की हम जो भी है अपनी सोच को वजह से ही है (you are what you think) ।
ये बात हम इंसानों पर भी लागु होती है. बार बार एक ही बात कहने से हमारे मन का भी structure बदलता रहता है. इंसान की सही या गलत दिशा उसका मन ही तय करता है. जब हम किसी इंसान की इतनी ज्यादा बुराई करते है, उसे कोसते है, तो वास्तव में हम उस इंसान के मन में नकारात्मक विचारो को इनस्टॉल करते है. अनजाने में पेरेंट्स और टीचर्स बच्चो की बढाई से ज्यादा बुराई करते है ताकि बच्चा और अच्छा काम करने की कोशिश करे लेकिन इस बात का उल्टा असर देखने को मिलता है. इसलिए सही काम करने पर अपने बच्चो को हमेशा प्रोत्साहित करे और गलत काम करेने पर कोसने की बजाय बच्चो को सही गलत के बारे में बताये.
इसी तरह चाहे वो आपका दोस्त हो या भाई उसे कभी demotivate न करे.
be positive and speak positive